Message from Administrator's desk

Dear Parents and Students,

हम भारत में रहते हैं।भारत -“भा”यानी Knowledge of Self. आत्मा,यानी “मैं”। मैं को समझने का जो ज्ञान है उसे भा कहते हैं और रत यानी जो भी Devoted हैं। भारत यानी वो,जो Self knowledge में Devoted है। जैसे तीर्थंकर, जिन्होंने अपना पूरा जीवन ख़ुद को जानने में लगा दिया यही उनका अंतिम लक्ष्य था।इन्हीं तीर्थंकरों के मार्ग को आचार्यों ने हम तक पहुंचाया है और आचार्य श्री 1008 श्री रामलाल जी म.सा. व उपाध्याय प्रवर श्री राजेश मुनिजी म. सा.ने आत्म कल्याण और लोक कल्याण हेतु जो पुरुषार्थ किया है उसी की एक परिणति है - Know & Grow Exclusive जिससे संपूर्ण समाज उपकृत हो रहा है।

मुझे KnG के माध्यम से जुड़कर, बच्चों के शुभ भविष्य के निर्माण पथ पर, सहयोगी बनकर रायपुर क्षेत्र में अपना सहयोग देने का मौका प्राप्त हुआ है।

जब KnG के Teaching pattern को हमने समझा तो एक नई सोच के साथ कुछ उम्मीद की किरणें,कुछ कर गुज़रने का जज़्बा भीतर जागा। ये बच्चे जो हमारा भविष्य है इनकी निगाहों में चमक है, ख़यालों में बुलंदी है और हमें ये पता है कि दुनिया परीक्षाओं के हथौड़ों से नहीं बल्की प्रतिभाओं की सोच से गढी जाती है।

यदि KnG के ज़रिए इन्हें सही सोच मिल गई तो हमारे परिवार, समाज,राष्ट्र का स्वरूप ही कुछ और होगा।पूरी मेहनत,ईमानदारीऔर निष्ठा के साथ हम सब इस कार्य को अंजाम दे पाएँ,हमारे शिक्षकों में जो प्रतिभा है उनका उपयोग कर पाए, उनका मनोबल बढ़ा कर उन्हें प्रेरित कर पाएं यही भावना हैं।

गुज़रता वक़्त गुज़र जाएगा अगर कुछ पास रह जाएगा, जो बरसों बाद भी याद रह जाएगा तो वो होगा इस सही सोच का कोई रोशन सा लम्हा।

फूल वही सार्थक माना जाता है जो आसमान में सुगंध और पृथ्वी में बीज छोड़ जाएं।KnG की सुगंध तो फ़ैल ही रही है और बीज ये बच्चे हैं जो बड़े वृक्ष बनेंगे । हमारी तहेदिल से यही भावना है कि अभिभावक ज़्यादा से ज़्यादा KnG के बारे में समझ कर बच्चों को जोड़ें। क्योंकि सभी का सहयोग समाज में अकल्पनीय परिवर्तन लेकर आएगा।

सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ

Priti surana

Raipur, Chhattisgarh